उत्तराखंड के राजकीय महाविद्यालयों में योग प्रशिक्षकों की तैनाती प्रक्रिया शुरू, जानिए पूरी जानकारी
उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक सुखद खबर है। राज्य सरकार ने राजकीय महाविद्यालयों में योग प्रशिक्षकों के 117 अस्थायी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह भर्ती आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जाएगी और अभ्यर्थियों का चयन मेरिट एवं साक्षात्कार के आधार पर होगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस प्रक्रिया की पुष्टि करते हुए कहा कि 1 से 8 अगस्त के बीच साक्षात्कार होंगे और 11 अगस्त से नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
भर्ती प्रक्रिया की रूपरेखा
राज्य सरकार की ओर से योग को बढ़ावा देने की दिशा में यह कदम महत्त्वपूर्ण है। कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और सेवा योजना विभाग के समन्वय से यह प्रक्रिया शुरू की गई है।
- पदों की संख्या: 117 (अस्थायी)
- तैनाती स्थान: राज्य के राजकीय महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय परिसर
- नियुक्ति का माध्यम: आउटसोर्सिंग
- साक्षात्कार की तिथि: 1 से 8 अगस्त
- नियुक्ति आरंभ तिथि: 11 अगस्त
आवेदन और चयन का तरीका
यह प्रक्रिया रोजगार प्रयाग पोर्टल के माध्यम से की जा रही है, जहां अब तक 640 आवेदन प्राप्त हुए हैं। केवल इन्हीं आवेदनों को आधार बनाकर चयन प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
चयन का आधार:
उम्मीदवारों का मूल्यांकन 150 अंकों के स्कोर पर आधारित होगा:
श्रेणी | अधिकतम अंक |
---|---|
हाईस्कूल | 10 |
इंटरमीडिएट | 10 |
स्नातक | 20 |
पीजी डिप्लोमा / MA योगा | 30 |
अनुभव (प्रति वर्ष 3 अंक) | अधिकतम 30 |
साक्षात्कार | 50 |
जिलेवार मेरिट सूची और इंटरव्यू
सेवा योजना विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि सभी 640 अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता और अनुभव के आधार पर जनपदवार मेरिट सूची तैयार करें। यह सूची 25 जुलाई तक जारी कर दी जाएगी।
राज्य सरकार ने 2021 और 2023 में कैबिनेट में प्रस्ताव पारित किया था कि राजकीय कॉलेजों में नियमित रूप से योग प्रशिक्षकों की आवश्यकता है। अब जाकर यह प्रक्रिया भूमि पर उतर रही है।
“प्रशिक्षकों की तैनाती के लिए दो बार कैबिनेट में प्रस्ताव आ चुका है। पहले 2021 में और फिर 2023 में प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिली। अब तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो रही है। जो जल्द पूरी की जाए।”
— अमित नेगी, प्रांतीय अध्यक्ष, योग प्रशिक्षित बेरोजगार महासंघ
स्थानीय युवाओं को मिलेगा लाभ
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में योग में प्रशिक्षित बेरोजगार युवा हैं। यह कदम स्थानीय प्रतिभाओं को रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। यह नियुक्ति न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि स्वरोजगार के नए द्वार भी खोलेगी।
राज्य सरकार शिक्षा को स्वास्थ्य से जोड़ने का प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी योग और खेलकूद को शिक्षा का अनिवार्य अंग बताया गया है। यह तैनाती उसी दिशा में एक व्यावहारिक पहल है।
सभी नियुक्त प्रशिक्षकों को कॉलेज प्रशासन द्वारा मॉनिटर किया जाएगा। इनका कार्य छात्रों को योग शिक्षा देना, दैनिक अभ्यास कराना और महाविद्यालय स्तर पर योग जागरूकता फैलाना होगा।
हालांकि अभी यह नियुक्तियाँ अस्थायी और आउटसोर्स आधार पर हैं, लेकिन भविष्य में राज्य सरकार इन्हें नियमित करने पर विचार कर सकती है। यदि यह पहल सफल रहती है तो और भी महाविद्यालयों में पद स्वीकृत हो सकते हैं।
अभ्यर्थियों के लिए सुझाव
- 25 जुलाई तक मेरिट सूची देखें
- साक्षात्कार की तैयारी करें – विशेष रूप से योग के व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव को प्रमुखता दें
- आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें – जैसे शैक्षणिक प्रमाण पत्र, अनुभव प्रमाणपत्र, पहचान पत्र आदि
योग प्रशिक्षकों की यह भर्ती प्रक्रिया राज्य के युवाओं और शिक्षा संस्थानों दोनों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह एक ऐसा अवसर है जो स्थानीय योग प्रतिभाओं को मंच देगा और महाविद्यालयों में योग की उपस्थिति को और मजबूत करेगा।