उत्तराखंड के तीन विश्वविद्यालयों में एक ही दिन छात्रसंघ चुनाव
हाइलाइट्स बॉक्स
कुमाऊं, श्रीदेव सुमन और एसएसजे विश्वविद्यालयों में पहली बार एक ही दिन छात्रसंघ चुनाव कराने का फैसला
छात्रसंघ चुनाव 15 से 27 सितंबर के बीच सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित होने पर होंगे
वर्चुअल बैठक में तीनों कुलपति शामिल – कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बैठक की अध्यक्षता की
लिंगदोह समिति की संस्तुतियों और कानूनी प्रावधानों के मुताबिक होगा चुनाव
विश्वविद्यालयों ने छात्रों से शांतिपूर्ण, गरिमामय और लोकतांत्रिक भागीदारी की अपील की
छात्रनेताओं ने 20 अगस्त तक तिथि घोषित करने की मांग, न होने पर प्रदर्शन की चेतावनी
उत्तराखंड के उच्च शिक्षा जगत में इस वर्ष छात्रसंघ चुनाव में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। राज्य के तीन प्रमुख विश्वविद्यालय – कुमाऊं विश्वविद्यालय, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय और एसएसजे विश्वविद्यालय ने फैसला लिया है कि एक ही दिन छात्रसंघ चुनाव कराए जाएंगे। ये चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण, पारदर्शी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत होंगे। इसकी तारीख अब प्रशासन एवं पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित होने के बाद घोषित की जाएगी।
वर्चुअल बैठक का फैसला
कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में एसएसजे विवि अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. सतपाल सिंह विष्ट और श्रीदेव सुमन विवि टिहरी के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने भाग लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्रसंघ चुनाव लिंगदोह समिति की सिफारिशों और सभी कानूनी प्रावधानों के अनुरूप कराए जाएंगे।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण (DSW) को निर्देश दिया गया कि वे स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित करें, ताकि चुनाव सुरक्षित माहौल में हों।
कॉलेज स्तर पर भी चुनाव में सभी प्राचार्यों को समिति की सिफारिशों का पूरी तरह पालन करना अनिवार्य होगा।
उच्च शिक्षा निदेशक स्तर से भी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी तय की गई है।
छात्रसंघ चुनाव की तैयारी और तिथि पर स्थिति
छात्र नेताओं की मांग के अनुसार –
यदि 20 अगस्त तक छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित नहीं होती तो वे कुमाऊं विश्वविद्यालय परिसर एवं उससे जुड़े अन्य महाविद्यालयों (डीएसबी परिसर, रामनगर, हल्द्वानी, रुद्रपुर आदि) में प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व में छात्रनेता अभिषेक कुमार समेत प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से तिथि घोषित करने की मांग रखी थी।
शांतिपूर्ण और गरिमामय चुनाव
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्राथमिकता शैक्षिक वातावरण की गरिमा, पारदर्शिता और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करना है।
सभी कुलपतियों ने छात्रों से अपील की है कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जिम्मेदारी के साथ भाग लें।
छात्रसंघ चुनाव लिंगदोह समिति की संस्तुतियों के तहत होंगे, जिनमें पारदर्शिता, आयु सीमा, राजनीति से दूरी, और चुनावी व्यय सीमा जैसी शर्तें लागू हैं।



