हर ब्लॉक में खुलेंगे अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल, दो हजार शिक्षकों की भर्ती जल्द – शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का बड़ा ऐलान
🟨 हाइलाइट्स:
- हर ब्लॉक में शुरू होंगे अंग्रेज़ी माध्यम सरकारी स्कूल
- शिक्षा विभाग में होगी 2000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती
- हर छात्र को इस महीने तक मुफ़्त किताबें देने का वादा
- स्कूलों में पौधारोपण अभियान की शुरुआत, लगाए जाएंगे फलदार वृक्ष
- कमेटी तय करेगी पुस्तकालयों में कौन सी किताबें लाई जाएंगी
- हर जिले में बनेंगे मॉडल डायट, 32 करोड़ की मंज़ूरी
- गैरसैंण में होगा दो दिवसीय शिक्षा मंथन, चलेंगे 8 सत्र
उत्तराखंड के शिक्षा ढांचे में नई पहल की शुरुआत
उत्तराखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों को आकर्षक और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्त्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया है। राज्य के हर विकासखंड (ब्लॉक) में अंग्रेज़ी माध्यम के सरकारी स्कूल शुरू किए जाएंगे। साथ ही, शिक्षा विभाग में दो हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती, पुस्तक वितरण में पारदर्शिता, पौधारोपण, मॉडल डायट, और गैरसैंण में शिक्षा पर मंथन जैसी योजनाओं की भी घोषणा की गई है। यह घोषणा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने देहरादून स्थित एससीईआरटी परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान की।
🏫 हर ब्लॉक में अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल – सरकारी शिक्षा को बनाएंगे आकर्षक
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभिभावकों की मांग थी कि उनके बच्चों को अंग्रेज़ी माध्यम में शिक्षा मिले, इसलिए प्रत्येक ब्लॉक में ऐसे स्कूल खोले जाएंगे। यह कदम सरकारी स्कूलों में घटती छात्र संख्या को रोकने की दिशा में भी एक प्रयास है।
“सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों जितना ही सशक्त बनाएंगे। हर विषय के शिक्षक और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।” — डॉ. धन सिंह रावत
👩🏫 शिक्षकों की बड़ी भर्ती – दो हजार से अधिक पदों पर बहाली
राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए 2000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही, शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी ताकि कार्यप्रणाली पारदर्शी और उत्तरदायी हो।
📚 हर छात्र को समय पर मिलेगी किताब – DBT विकल्प भी खुला
शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकारी व अशासकीय विद्यालयों के सभी छात्रों को इस महीने तक मुफ़्त पाठ्यपुस्तकें मिल जाएंगी। साथ ही, अगले शैक्षिक सत्र से पहले ही किताबें छात्रों तक पहुंच जाएं, इसके लिए अभी से टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
“छात्र यदि चाहें तो किताबों के बदले सरकार डीबीटी (DBT) के माध्यम से उनके खातों में पैसा भेज सकती है।” — शिक्षा मंत्री
🌱 पौधारोपण की अनूठी पहल – हर स्कूल में लगेंगे फलदार पौधे
एससीईआरटी परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाकर मंत्री ने स्कूलों में पौधारोपण कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हर स्कूल में कम से कम पांच से 10 फलदार पौधे लगाए जाएंगे, जिनकी एक साल तक देखभाल भी अनिवार्य होगी।
📖 पुस्तकालयों के लिए कमेटी – स्कूल के स्तर पर तय होंगी किताबें
अब स्कूलों के पुस्तकालयों में कौन-कौन सी किताबें आएंगी, इसका निर्णय स्थानीय स्तर पर गठित कमेटी करेगी। इसमें शामिल होंगे:
- स्कूल प्रधानाध्यापक
- अभिभावक संघ के अध्यक्ष
- दो मेधावी छात्र
- सेवानिवृत्त शिक्षक
इससे अभिभावकों और छात्रों की पसंद के अनुरूप पुस्तक चयन सुनिश्चित हो सकेगा।
🏢 हर जिले में मॉडल डायट – अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली को 32 करोड़ की स्वीकृति
शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रत्येक ज़िले में मॉडल डायट (District Institute of Education & Training) की स्थापना की जाएगी। इसके लिए सरकार ने अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चमोली के लिए 32 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।
🧠 गैरसैंण में शिक्षा पर मंथन – 8 सत्रों में गहराई से होगा विचार
गैरसैंण में दो दिवसीय शिक्षा मंथन आयोजित किया जाएगा, जिसमें 8 अलग-अलग सत्र होंगे। इसमें शिक्षा नीति, शिक्षक प्रशिक्षण, तकनीकी शिक्षा, बुनियादी ढांचे, छात्र उपस्थिति, डिजिटल संसाधन, और बजट व्यय जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।
“जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर समग्र शिक्षा के काम होंगे।” — शिक्षा मंत्री
उत्तराखंड सरकार की यह पहल सरकारी स्कूलों की साख, पहुँच और गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। लेकिन, इन योजनाओं का जमीनी क्रियान्वयन, सुनियोजित मॉनिटरिंग और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार लचीलापन ही इन प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करेगा।