रिटायर्ड IPS विमला गुंज्याल बनीं गुंजी गांव की निर्विरोध ग्राम प्रधान
पिथौरागढ़, 5 जुलाई 2025: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के सीमांत गांव गुंजी में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी विमला गुंज्याल को निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना गया है। पंचायत चुनावों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि तक किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया, जिसके चलते विमला गुंज्याल को निर्विरोध विजेता घोषित करने की प्रक्रिया 11 जुलाई को नाम वापसी की समय सीमा के बाद पूरी होगी।
विमला गुंज्याल को अपने शानदार करियर के दौरान, 2012 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। मई 2025 में पुलिस महानिरीक्षक (जेल) के पद से सेवानिवृत्त होने वाली विमला गुंज्याल अपने समर्पण, कड़ी मेहनत और ईमानदारी के लिए जानी जाती हैं। वह अपनी क्षेत्र की पहली महिला पुलिस अधिकारी थीं, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दीं।
गुंजी गांव के निवासियों ने विमला गुंज्याल से उनके गांव के विकास के लिए नेतृत्व करने का आग्रह किया था। इस पर उन्होंने कहा, “मेरे गांव वालों ने मुझसे ग्राम प्रधान बनकर गांव के विकास में योगदान देने का अनुरोध किया। मैंने केवल तभी सहमति दी, जब मुझे निर्विरोध चुना जाए। ग्रामीणों ने मुझे सर्वसम्मति से चुना, और अब मैं अपने अनुभव का उपयोग गांव के विकास और जागरूकता बढ़ाने के लिए करूंगी।”
विमला गुंज्याल ने अपने जीवन का अधिकांश समय देश के विभिन्न हिस्सों में सेवा में बिताया है। अब वह अपने मूल गांव गुंजी, जो भारत-चीन सीमा के निकट स्थित है, के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह पहल न केवल ग्रामीणों के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सेवानिवृत्ति के बाद भी सामाजिक सेवा का जज्बा कम नहीं होता।
उत्तराखंड के इस सीमांत क्षेत्र में विमला गुंज्याल का यह कदम न केवल ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, बल्कि यह भी साबित करता है कि सच्ची सेवा का रास्ता कभी बंद नहीं होता। ग्रामीणों ने उन्हें बधाई दी है और उनके नेतृत्व में गांव के उज्जवल भविष्य की कामना की है।