देहरादून में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल, राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
देहरादून, 01 सितंबर 2025: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की नेशनल एनुअल रिपोर्ट इंडेक्स (नारी)-2025 ने महिला सुरक्षा के मामले में देश के सबसे असुरक्षित शहरों में शुमार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, देहरादून में 55% महिलाएं अश्लील टिप्पणियों और 50% सार्वजनिक परिवहन में उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। यह सर्वेक्षण देश के 31 शहरों में 12,700 महिलाओं पर आधारित है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि देहरादून में 21% महिलाएं शारीरिक उत्पीड़न और 10% मानसिक उत्पीड़न का सामना कर रही हैं। इसके अलावा, 19% महिलाओं ने पड़ोसियों द्वारा और 13% ने कार्यस्थल पर उत्पीड़न की शिकायत की है। चिंताजनक बात यह है कि 40% महिलाएं उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने के बजाय उस क्षेत्र में जाना ही छोड़ देती हैं। केवल 26% महिलाओं ने अधिकारियों को घटना की सूचना दी, जबकि मात्र 4% ने पुलिस के महिला सुरक्षा ऐप के जरिए मदद मांगी।
सुरक्षा धारणा में दिन-रात का अंतर
सर्वेक्षण के अनुसार, देहरादून में 50% महिलाएं शहर को सुरक्षित या अत्यधिक सुरक्षित मानती हैं, जो राष्ट्रीय औसत 60% से कम है। दिन के समय 70% महिलाएं सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन रात में यह आंकड़ा घटकर 44% रह जाता है। रात में 33% महिलाएं सामान्य और 14% असुरक्षित महसूस करती हैं, जो रात के समय बढ़ती सुरक्षा चिंताओं को दर्शाता है।
महिला-अनुकूल बुनियादी ढांचे को केवल 24% महिलाएं अत्यधिक सुरक्षित मानती हैं, जबकि 59% को इसमें विश्वास है। 28% महिलाओं का मानना है कि 2023 और 2024 में सुरक्षा में सुधार हुआ है, वहीं 23% का कहना है कि स्थिति और बिगड़ी है।
महिलाओं के सुझाव
सर्वेक्षण में शामिल महिलाओं ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई सुझाव दिए। 45% ने पुलिस सुरक्षा बढ़ाने, 18% ने हर जगह महिला पुलिस की उपलब्धता, 39% ने महिला सुरक्षा के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा, 28% ने सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, 21% ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण, 13% ने सख्त कानून प्रवर्तन, 11% ने पैनिक बटन और महिला सुरक्षा ऐप, और 9% ने सार्वजनिक स्थानों पर बेहतर रोशनी की मांग की।
सुधार की गुंजाइश
रिपोर्ट में कहा गया है कि देहरादून में सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है, लेकिन सुधार संभव है। सार्वजनिक स्थानों, परिवहन और कानून प्रवर्तन में सुधार से महिलाओं की सुरक्षा में उल्लेखनीय बदलाव लाया जा सकता है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने पुलिस सुरक्षा बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने और महिला-अनुकूल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की सिफारिश की है।
साभार: नेशनल एनुअल रिपोर्ट इंडेक्स (नारी)-2025



