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उत्तराखंड में 10 करोड़ से अधिक की एमडीएमए ड्रग्स जब्त: महिला गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय गिरोह की परतें खुलने लगीं

🟩 मुख्य बिंदु (हाइलाइट्स)

  • चंपावत जिले में अब तक की सबसे बड़ी एमडीएमए ड्रग्स बरामदगी
  • 5.688 किलो एमडीएमए के साथ महिला गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय मूल्य 10.23 करोड़ रुपये
  • गिरफ्तार महिला के दो साथी फरार, नेपाल व नाइजीरिया नेटवर्क की जांच जारी
  • पुलिस की सतर्कता और टनकपुर सीमा पर सख्त निगरानी रंग लाई
  • मुख्यमंत्री और डीजीपी ने टीम को सराहा, नकद इनाम की घोषणा

उत्तराखंड में 10 करोड़ से अधिक की एमडीएमए ड्रग्स जब्त: महिला गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय गिरोह की परतें खुलने लगीं

चंपावत, 13 जुलाई 2025: उत्तराखंड के चंपावत जिले में पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक की सबसे बड़ी मात्रा में एमडीएमए (मिथाइलीन डाइऑक्सी मेथैम्फेटामाइन) बरामद की है। 5.688 किलोग्राम यह मादक पदार्थ एक महिला के पास से बरामद हुआ, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत ₹10.23 करोड़ बताई गई है।

🚨 कार्रवाई का पूरा विवरण

शनिवार सुबह तड़के, सीओ टनकपुर वंदना वर्मा के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण और बनबसा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कोरंगा की टीम ने नेपाल सीमा से लगे शारदा नहर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया।

पुलिस टीम को वहां एक महिला और पुरुष संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिए। रुकने का इशारा करने पर पुरुष मौके से फरार हो गया, जबकि महिला को पकड़ लिया गया। उसके बैग की तलाशी लेने पर उसमें से भारी मात्रा में एमडीएमए ड्रग्स बरामद की गई। गिरफ्तार महिला की पहचान ईशा पत्नी राहुल कुमार, निवासी पंपापुर बनबसा के रूप में हुई है।

🧪 ड्रग्स की प्रकृति और नेटवर्क

एमडीएमए एक शक्तिशाली सिंथेटिक साइकोएक्टिव ड्रग है, जिसे पार्टी ड्रग या ‘इकस्टेसी’ के नाम से जाना जाता है। इसका प्रयोग युवाओं में तेजी से बढ़ता नशा बन चुका है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार महिला के पति राहुल कुमार और उसका साथी कुणाल कोहली (निवासी टनकपुर) फरार हैं और इनकी तलाश तेज कर दी गई है।

पूछताछ में सामने आया कि यह खेप 27 जून को पिथौरागढ़ से लाई गई थी और इसे शारदा नहर में फेंकने की योजना थी, ताकि सबूत न बचें। लेकिन पुलिस की सक्रियता से इसे पकड़ा गया।

🏭 ड्रग्स फैक्ट्री और अंतरराष्ट्रीय गठजोड़

पुलिस ने जानकारी दी है कि आरोपियों ने पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र में एक गुप्त लैब स्थापित कर रखी थी, जहां यह ड्रग्स तैयार किया जाता था। पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा हाल ही में इस लैब पर छापा मारकर उपकरण जब्त किए गए थे। यह गिरोह मुंबई समेत अन्य महानगरों में ड्रग्स की आपूर्ति करता था और नेपाल एवं नाइजीरिया नेटवर्क से भी इसका संबंध सामने आ रहा है।

“उत्तराखंड नशा मुक्त प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इतनी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ पकड़े जाने से स्पष्ट है कि इस काम में लिप्त लोगों के मंसूबे सफल नहीं होने दिए जाएंगे।”
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

“गिरफ्तार महिला से पूछताछ जारी है। इसके अंतरराष्ट्रीय लिंक, लैब्स और नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।”
– अजय गणपति, एसपी चंपावत

  • डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस टीम को ₹50,000 इनाम देने की घोषणा की।
  • आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने ₹20,000 की नकद पुरस्कार राशि दी।
  • चंपावत पुलिस ने 2024 में अब तक 82 तस्करों को गिरफ्तार कर 56 मुकदमे दर्ज किए हैं।

👥 टीम में कौन-कौन रहे शामिल?

पुलिस टीम में शामिल अधिकारी व जवान: वंदना वर्मा (सीओ टनकपुर), लक्ष्मण सिंह जगवाण (एसओजी प्रभारी), सुरेंद्र सिंह कोरंगा (एसओ बनबसा), सोनू सिंह (एएनटीएफ), गणेश सिंह बिष्ट, संजय शर्मा, नासिर, उमेश राज, सूरज कुमार, कुलदीप सिंह, मदन सिंह, जगदीश कन्याल, राकेश्वरी राणा और पिथौरागढ़ पुलिस से प्रकाश पांडे, कमल।

📞 आमजन से अपील

पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि उनके आसपास किसी संदिग्ध गतिविधि, प्रयोगशाला या तीव्र रासायनिक गंध की अनुभूति हो तो तुरंत 100 / 112 / निकटतम थाना / चौकी पर सूचना दें।

यह बरामदगी न केवल उत्तराखंड पुलिस की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ड्रग्स तस्करी के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। पिथौरागढ़ लैब नेटवर्क का पर्दाफाश और नेपाल सीमा पर निगरानी ने इस सफलता की नींव रखी।

राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की अपील है कि युवाओं को नशे से दूर रखने की इस लड़ाई में समाज भी सहभागिता निभाए।

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