मुकेश अम्बानी फिर बने भारत के सबसे अमीर व्यक्ति, 358 अरबपतियों की नई सूची में शाहरुख भी शामिल
- मुकेश अंबानी ने 2025 की Hurun India Rich List में शीर्ष स्थान फिर हासिल किया।
- अंबानी परिवार की कुल संपत्ति ₹9.55 लाख करोड़, अदानी परिवार के ₹8.15 लाख करोड़ के आगे।
- मुंबई में 451 अरबपति, नई दिल्ली में 223 एवं बेंगलुरु में 116 अरबपति।
- रिकॉर्ड 358 डॉलर अरबपतियों का नाम शामिल, 13 वर्षों में छह गुना वृद्धि।
- हरन इंडिया लिस्ट की कुल संपत्ति ₹167 लाख करोड़, भारत की GDP का लगभग आधा।
- हिन्दुस्तान टाइम्स रिपोर्टिंग के अनुसार 31 वर्षीय अरविंद श्रीनिवास बने देश के सबसे युवा अरबपति।
- भारत की सबसे अमीर महिला बनी रोशनी नादर मल्होत्रा, संपत्ति ₹2.84 लाख करोड़।
- 66% अरबपति सेल्फ-मेड; नए प्रवेशियों में 74% ने खुद बनाई दौलत।
हिंदुस्तान टाइम्स के सहयोग से प्रकाशित Hurun India Rich List 2025 में मुकेश अंबानी ने पुनः शीर्ष स्थान हासिल किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन की कुल संपत्ति इस वर्ष ₹9.55 लाख करोड़ आंकी गई, जबकि गौतम अडानी परिवार की संपत्ति ₹8.15 लाख करोड़ रही। इस सूची में कुल 358 डॉलर अरबपति शामिल हैं, जो 13 वर्षों में छह गुना वृद्धि दर्शाता है। कुल संपत्ति ₹167 लाख करोड़ पहुँचकर भारत की GDP का लगभग आधा बन गई है।
शीर्ष पर अंबानी, दूसरे स्थान पर अदानी परिवार
Hurun Research Institute की इस वार्षिक सूची में मुकेश अंबानी ने 2024 में गंवाया खिताब वापस हासिल किया। अंबानी परिवार की संपत्ति ₹9.55 लाख करोड़ रिकॉर्ड की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में स्थिर रही। गौतम अडानी और उनके परिवार की संपत्ति ₹8.15 लाख करोड़ आंकी गई। 2024 में अडानी ने अंबानी को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान प्राप्त किया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पेट्रोकेमिकल, रिटेल और टेलीकॉम क्षेत्रों में विस्तार के जरिए अपनी संपत्ति में वृद्धि बनाए रखी। अदानी समूह को ऊर्जा, बंदरगाह और मेटल सेक्टर में चुनौतियाँ झेलनी पड़ीं, लेकिन उनकी कुल संपत्ति आज भी दूसरे स्थान पर मजबूत बनी हुई है।
Young Wealth Creators: अरबपतियों की नई पीढ़ी
इस वर्ष सूची में अरविंद श्रीनिवास नामक 31 वर्षीय उद्यमी ने सबसे कम उम्र का अरबपति होने का गौरव हासिल किया। उनकी नेट वर्थ ₹21,900 करोड़ है। श्रीनिवास ने AI-आधारित सर्च प्लेटफॉर्म Perplexity की स्थापना कर वैश्विक निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया।
Hurun रिपोर्ट के अनुसार कुल अरबपतियों में से 66% सेल्फ-मेड हैं और इस साल की 74% नवप्रवेशियोंं ने अपनी दौलत खुद बनाई है। शिक्षा, फार्मा, टेक व क्लीन एनर्जी में उद्यमियों की यह नई लहर भारत की आर्थिक संभावनाएँ उजागर कर रही है।
भौगोलिक रुझान: मुंबई सबसे आगे, नई दिल्ली और बेंगलुरु पीछे
शहरों की रैंकिंग में मुंबई ने 451 अरबपतियों के साथ शीर्ष बरकरार रखा है। इसके बाद नई दिल्ली में 223 और बेंगलुरु में 116 अरबपति हैं। मुंबई की फाइनेंशियल इकोसिस्टम, रियल एस्टेट और ग्लोबल कनेक्टिविटी की वजह से यह लीडिंग शहर बना हुआ है।
नए शहरों में हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद ने भी अरबपतियों की सूची में उपस्थिति बढ़ाई है। डिजिटल स्टार्टअप हब बेंगलुरु में टैक्नोलॉजी फोकस कारोबारी शामिल हैं, जबकि नई दिल्ली में रियल एस्टेट और गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े उद्यमी प्रमुख हैं।
सेल्फ-मेड अरबपतियों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि
Hurun India Rich List 2025 ने दिखाया कि भारत में संपत्ति का केंद्रीकरण तेज़ हो रहा है, लेकिन सेल्फ-मेड अरबपतियों की संख्या में भी तेज़ी से वृद्धि हो रही है। मुकेश अंबानी का शीर्ष पर कायम रहना और युवाओं का उद्यमिता में योगदान भारतीय अर्थव्यवस्था की विविधता को दर्शाता है। यह सूची निवेशकों, नीति निर्माताओं और आम जनता के लिए यह संकेत देती है कि कौन से सेक्टर और क्षेत्र भारत की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ा रहे हैं।



