रुद्रप्रयाग, 2 जून 2025: जखोली विकासखंड के ग्रामसभा बरसिर के डांडा चमसारी तोक में तीन दिन पहले गुलदार के हमले में एक महिला की मौत के बाद वन विभाग की कथित निष्क्रियता से नाराज ग्रामीण महिलाओं ने सोमवार को डीएफओ सहित वन विभाग के अधिकारियों को बंधक बना लिया। आक्रोशित महिलाओं ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसे गोली मारने की मांग की। करीब एक घंटे की नारेबाजी और हंगामे के बाद ग्रामीणों के समझाने पर अधिकारियों को मुक्त किया गया।
घटना शुक्रवार को हुई, जब 59 वर्षीय रूपा देवी घास काटने खेत गई थीं और गुलदार के हमले में उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में 20 ट्रैप कैमरे और चार पिंजरे लगाए, लेकिन गुलदार अब तक पकड़ा नहीं जा सका। इससे ग्रामीणों में भय और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सोमवार दोपहर करीब 12:30 बजे स्थिति का जायजा लेने पहुंचीं डीएफओ कल्याणी, एसडीओ दिवाकर पंत, रेंजर हरीश थपलियाल और अन्य वनकर्मियों को ग्रामीण महिलाओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। महिलाओं ने पहले वन विभाग और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, फिर अधिकारियों को वन पंचायत के एक कमरे में बंद कर ताला लगा दिया।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि वन विभाग गुलदार को पकड़ने में गंभीरता नहीं दिखा रहा, जिसके चलते ग्रामीण भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा, “यदि वन विभाग गुलदार को नहीं पकड़ सकता, तो हमें अधिकार दिया जाए, हम इसे पकड़ लेंगे।” महिला मंगल दल की अध्यक्ष प्रमिला देवी ने बताया कि गुलदार के आतंक से पूरा गांव दहशत में है। लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं, और घास की कमी के कारण मवेशी भूखे हैं।
लगभग एक घंटे तक चले हंगामे के बाद अन्य ग्रामीणों के हस्तक्षेप से महिलाओं ने ताला खोला। इसके बाद डीएफओ और ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई, जिसमें डीएफओ ने जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने की बात कही है।