गुलदार का हमला, पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल
अल्मोड़ा। पर्वतीय क्षेत्रों में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार सुबह अल्मोड़ा नगर से सटे माल गांव में एक गुलदार ने पिता-पुत्र पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। दोनों घायलों का उपचार मेडिकल कॉलेज से संबद्ध बेस अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस घटना ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार रात मल्ला माल निवासी पूरन सिंह बिष्ट के कुत्ते को गुलदार ने अपना शिकार बनाया था। सोमवार सुबह कुछ युवक रोजाना की तरह मार्निंग वॉक के लिए निकले थे। इस दौरान गांव से कुछ दूरी पर दो गुलदार बैठे दिखाई दिए। युवकों के शोर मचाने पर एक गुलदार जंगल की ओर भाग गया, जबकि दूसरा रिहायशी इलाके में घुस गया। गुलदार के गांव में प्रवेश करने से अफरा-तफरी मच गई। गुलदार एक मकान के पीछे गली में जाकर छिप गया, जिसके बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार गली से बाहर निकला और 29 वर्षीय दिनेश बिष्ट पर झपट पड़ा। पास खड़े उनके 66 वर्षीय पिता धन सिंह ने बेटे को बचाने का प्रयास किया, लेकिन गुलदार ने उन पर भी हमला कर दिया। ग्रामीणों की चीख-पुकार और शोर-शराबे के बाद गुलदार जंगल की ओर भाग गया।
घायल पिता-पुत्र को ग्रामीणों ने तुरंत बेस अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। हमले में दिनेश के गले और कंधे पर गहरे जख्म आए हैं, जबकि धन सिंह की पीठ, गला, हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आई हैं। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जानने के साथ-साथ घटना की जानकारी ली।
वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या ने बताया कि घटना के बाद वन विभाग की टीम गांव में गश्त कर रही है। गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगाया गया है। घायलों को तत्काल सहायता के रूप में पांच-पांच हजार रुपये की नकद राशि प्रदान की गई है।
इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है और वे वन विभाग से गुलदार के आतंक पर प्रभावी नियंत्रण की मांग कर रहे हैं।



