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सिलेंडर से गैस लीक होने पर क्या करें- जानिए तरीके

सिलेंडर से गैस लीक होने पर क्या करें- जानिए तरीके

आज के समय में एलपीजी गैस सिलेंडर भारत के करोड़ों घरों में खाना पकाने का मुख्य साधन है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देश के दूरदराज के गांवों तक गैस कनेक्शन पहुंचाने से इसका उपयोग और भी बढ़ गया है। लेकिन एलपीजी एक अत्यधिक ज्वलनशील गैस है, जिसके गलत उपयोग या लीकेज से गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इसीलिए गैस लीकेज की स्थिति में सही जानकारी और तुरंत किए गए उपाय जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


गैस लीकेज की पहचान कैसे करें

गंध से पहचान

एलपीजी में एथिल मर्कैप्टन नामक रसायन मिलाया जाता है, जिससे गैस रिसाव होने पर सड़े हुए अंडे, प्याज या लहसुन जैसी तेज गंध आती है। यह गंध गैस लीकेज का प्रमुख संकेत है।

अन्य संकेत

  • हवा में गैस की महक

  • रेगुलेटर या पाइप के जोड़ों के आसपास हिसिंग की आवाज

  • गैस स्टोव में नीली लपट के बजाय पीली या नारंगी रंग की लपट

  • रसोई में घुटन की अनुभूति


गैस लीकेज की स्थिति में तत्काल उपाय

पहला कदम – शांत रहें

गैस लीकेज की स्थिति में घबराना सबसे बड़ी गलती है। शांति से काम लें और तुरंत निम्नलिखित कदम उठाएं:

रेगुलेटर तुरंत बंद करें

सबसे पहले गैस रेगुलेटर का मुख्य वाल्व तुरंत बंद कर दें। यह गैस के रिसाव को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।

वेंटिलेशन बढ़ाएं

  • तुरंत सभी खिड़कियां और दरवाजे खोल दें

  • प्राकृतिक हवा आने दें ताकि गैस का घनत्व कम हो जाए

  • रसोई से बाहर निकलने का रास्ता साफ रखें


क्या न करें – महत्वपूर्ण सावधानियां

आग या चिंगारी से बचें

  • माचिस, लाइटर या किसी भी प्रकार की आग न जलाएं

  • धूम्रपान बिल्कुल न करें

  • दिया, अगरबत्ती या कोई भी ज्वलनशील वस्तु न जलाएं

इलेक्ट्रिकल उपकरणों से दूर रहें

  • कोई भी इलेक्ट्रिकल स्विच ऑन या ऑफ न करें

  • एग्जॉस्ट फैन न चलाएं क्योंकि इससे स्पार्क हो सकता है

  • मोबाइल फोन का उपयोग लीकेज वाले क्षेत्र में न करें


सिलेंडर को सुरक्षित स्थान पर ले जाना

यदि संभव हो तो:

  • सिलेंडर को घर से बाहर खुली जगह पर ले जाएं

  • इसे समतल स्थान पर रखें

  • सेफ्टी कैप लगाकर वाल्व को सुरक्षित करें


आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर

राष्ट्रीय एलपीजी आपातकालीन हेल्पलाइन

1906 – यह 24×7 उपलब्ध बहुभाषी हेल्पलाइन है जो हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उड़िया, तमिल और तेलुगु में सेवा प्रदान करती है।

कंपनी-विशिष्ट हेल्पलाइन


आग लगने की स्थिति में क्या करें

तुरंत निकासी

  • परिवार के सभी सदस्यों को तुरंत घर से बाहर निकालें

  • फायर ब्रिगेड (101) को तत्काल कॉल करें

आग बुझाने के उपाय

  • फायर एक्सटिंगुइशर या गीले कंबल का उपयोग करें

  • कभी भी पानी से आग न बुझाएं – इससे आग और फैल सकती है

  • CO2 या ड्राई केमिकल फायर एक्सटिंगुइशर सबसे उपयुक्त है


गैस लीकेज से बचाव के उपाय

नियमित जांच

  • हर 6 महीने में गैस पाइप और रेगुलेटर की जांच कराएं

  • ISI मार्क वाले उपकरण ही उपयोग करें

  • सुरक्षा ट्यूब को वर्ष में एक बार बदलें

सही तरीके से स्थापना

  • सिलेंडर को समतल और हवादार जगह पर रखें

  • गैस स्टोव को सिलेंडर से ऊंचे स्तर पर रखें

  • आग और गर्मी के स्रोतों से दूर रखें

उपयोग की सुरक्षा

  • खाना बनाने के बाद रेगुलेटर और स्टोव दोनों बंद करें

  • लंबे समय तक उपयोग न करने पर सिलेंडर का सेफ्टी कैप लगाएं


प्राथमिक चिकित्सा – गैस इन्हेलेशन की स्थिति में

तत्काल उपाय

  • व्यक्ति को तुरंत ताजी हवा में ले जाएं

  • यदि बेहोशी हो तो मुंह से मुंह मिलाकर सांस  दें

  • तुरंत एम्बुलेंस (108) को कॉल करें

  • व्यक्ति को आरामदायक स्थिति में लिटाएं

लक्षण जिन पर ध्यान दें

  • सांस लेने में कठिनाई

  • मतली या उल्टी

  • चक्कर आना या बेहोशी

  • आंखों में जलन


सरकारी नियम और सुरक्षा मानक

गैस सिलेंडर नियम 2016

  • सिलेंडर का पुनः परीक्षण 10 वर्ष में एक बार आवश्यक

  • उसके बाद हर 5 साल में परीक्षण

  • केवल ISI प्रमाणित सिलेंडर का उपयोग

बीमा सुरक्षा

  • सभी पंजीकृत एलपीजी ग्राहकों को बीमा कवर प्राप्त है

  • दुर्घटना की स्थिति में संबंधित वितरक को सूचना दें


उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में गैस सिलेंडर का उपयोग तेजी से बढ़ा है। ठंडे मौसम में खिड़की-दरवाजे बंद रखने की प्रवृत्ति के कारण गैस लीकेज का खतरा और भी बढ़ जाता है। पहाड़ी ढलान के कारण हवा का प्रवाह अलग होता है, इसलिए वेंटिलेशन पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।


प्रौद्योगिकी और नवाचार

गैस डिटेक्टर

  • रसोई में LPG गैस डिटेक्टर लगवाएं

  • यह अलार्म के साथ गैस लीकेज की चेतावनी देता है

  • ऑटोमेटिक गैस शट-ऑफ सिस्टम भी उपलब्ध है

मोबाइल ऐप्स

  • विभिन्न गैस कंपनियों के मोबाइल ऐप से सुरक्षा टिप्स मिलते हैं

  • आपातकालीन संपर्क नंबर आसानी से उपलब्ध होते हैं

कंपोजिट गैस सिलेंडर

  • कंपनियों द्वारा सुरक्षित कंपोजिट गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जाते है जिसे लेकर न्यायालय का भी स्टील सिलेंडर को कंपोजिट से बदलने का निर्देश है।
  • ये सिलेंडर आग लगने पर भी फटते नहीं हैं।
  • साथ ही वजन में हल्के होते हैं।

गैस सिलेंडर से लीकेज एक गंभीर सुरक्षा चुनौती है, लेकिन सही जानकारी और तत्काल उपाय से बड़ी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। शांति बनाए रखना, तुरंत गैस बंद करना, हवादार बनाना और आपातकालीन हेल्पलाइन 1906 पर संपर्क करना मुख्य सुरक्षा उपाय हैं।

नियमित रखरखाव, सुरक्षा नियमों का पालन और पारिवारिक जागरूकता से गैस संबंधी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। याद रखें कि सुरक्षा में कोई समझौता नहीं – जरा सी भी गैस की गंध आने पर तत्काल कार्रवाई करना जीवन रक्षक साबित हो सकता है।

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