सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर डीएम की सख्त कार्रवाई, 5 अधिकारियों का वेतन रोका
न्यूज़ डेस्क। 3 जुलाई 2025: हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सीएम हेल्पलाइन और जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले पांच अधिकारियों के जून माह के वेतन को रोकने का कड़ा निर्णय लिया है। यह फैसला जिला कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जहां डीएम ने शिकायतों के धीमे निस्तारण पर गहरी नाराजगी जताई।
किन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई?
वेतन रोकने के साथ-साथ निम्नलिखित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है:
1. जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक)
2. चकबंदी अधिकारी, रुड़की
3. अधिशासी अधिकारी, शिवालिक नगर
4. तहसीलदार, हरिद्वार
5. तहसीलदार, रुड़की
जनसमस्याओं में देरी बर्दाश्त नहीं
डीएम मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा, “जन समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी ढंग से किया जाना अनिवार्य है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शिकायतकर्ताओं से स्वयं फोन पर संपर्क करें और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
जनसुनवाई में 32 शिकायतें दर्ज
समीक्षा बैठक के साथ-साथ डीएम ने जनसुनवाई भी आयोजित की, जिसमें 32 फरियादियों ने अपनी समस्याएं प्रस्तुत कीं। इनमें बिजली कनेक्शन, अतिक्रमण, भूमि मापन, और जलभराव जैसी समस्याएं प्रमुख थीं। डीएम ने अधिकांश शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया, जबकि शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को हस्तांतरित कर जल्द से जल्द कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
शिकायतों की दैनिक मॉनिटरिंग का आदेश
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अब सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि संबंधित अधिकारी शिकायतकर्ता से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
डीएम की इस सख्त कार्रवाई से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है, और यह संदेश स्पष्ट है कि जनता की समस्याओं के प्रति उदासीनता अब स्वीकार्य नहीं होगी।