दर्दनाक हादसा: चार एसी मैकेनिकों की रहस्यमयी मौत, गैस रिसाव की आशंका
न्यूज़ डेस्क। 7 जुलाई 2025: दक्षिण दिल्ली के दक्षिणपुरी इलाके में शनिवार सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। एक किराए के कमरे में चार एयर कंडीशनर (एसी) मैकेनिक मृत पाए गए, जबकि एक अन्य की हालत गंभीर बनी हुई थी। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने गैस रिसाव के कारण दम घुटने से मौत की आशंका जताई है। यह घटना उस समय सामने आई जब एक व्यक्ति ने अपने भाई के फोन न उठाने की शिकायत पुलिस को दी।
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान इमरान उर्फ सलमान (30), मोहसिन (20), कपिल उर्फ अंकित रस्तोगी (18) और हसीब के रूप में हुई है। सभी उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले थे और बेहतर रोजगार की तलाश में दिल्ली आए थे। हसीब को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
घटना का खुलासा
पुलिस को शनिवार सुबह करीब 11 बजे एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें भलस्वा डेयरी के निवासी जीशान ने बताया कि उनका भाई इमरान फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहा था और उनका कमरा अंदर से बंद था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और चारों व्यक्तियों को बेहोश पाया। सभी को तुरंत डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें सफदरजंग अस्पताल और एम्स ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। तीन व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया, जबकि हसीब की बाद में मृत्यु हो गई।
गैस रिसाव की आशंका
पुलिस जांच में पता चला कि यह कमरा न केवल इन मैकेनिकों का निवास स्थान था, बल्कि उनका कार्यस्थल भी था। कमरे में एसी के पुर्जे, औजार और गैस सिलेंडर रखे हुए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कमरे में तेज गैस की गंध थी और वेंटिलेशन की कमी थी। “प्रथम दृष्टया कोई साजिश नहीं लगती, लेकिन गैस रिसाव के कारण दम घुटने की संभावना है। फॉरेंसिक टीम ने सिलेंडरों को जब्त कर लिया है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सटीक कारण पता चलेगा,” अधिकारी ने कहा।
परिवारों का दुख
मृतकों के परिजनों ने बताया कि ये युवक आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और दिल्ली में बेहतर अवसरों की तलाश में आए थे। कपिल, जो सबसे कम उम्र का था, अपने पिता के निधन के बाद परिवार का सहारा बना था। एक रिश्तेदार ने बताया, “वे गर्मियों में ज्यादा कमाई के लिए कड़ी मेहनत करते थे और कई बार खाना छोड़कर पैसे घर भेजते थे।”
पुलिस जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की एक टीम ने मौके से नमूने एकत्र किए हैं, और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रिसाव क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) गैस का था या किसी अन्य गैस का। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने कहा, “कमरे में कोई जबरन प्रवेश के निशान नहीं मिले हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सोते समय गैस रिसाव के कारण ये लोग बेहोश हो गए।”