अब 9वीं-12वीं तक शिक्षक बनने के लिए भी अनिवार्य होगी सीटीईटी परीक्षा, चार स्तरों पर होगा बदलाव
हाइलाइट्स
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में 9वीं-12वीं सहित हर स्तर के लिए जल्द ही सीटीईटी अनिवार्य
एनसीटीई और सीबीएसई मिलकर तैयार कर रहे नए गाइडलाइन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप
सीटीईटी अब चार स्तर पर: बाल वाटिका, 1-5, 6-8 और 9-12
बीएड व स्नातकोत्तर के अलावा अब 9-12 में शिक्षक बनने के लिए भी सीटीईटी पास करना होगा
वर्तमान में कक्षा 1-8 तक ही सीटीईटी अनिवार्य
2025 में परीक्षा की देरी : बोर्ड परीक्षाओं व दिशा-निर्देश के अद्यतन की वजह से
क्या है बदलाव?
अब तक केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) दो स्तरों (1-5 और 6-8) के लिए आयोजित की जाती थी। लेकिन जल्द ही 9वीं से 12वीं तक के लिए भी अलग सीटीईटी परीक्षा अनिवार्य हो जाएगी। इसी के साथ बाल वाटिका (Pre-Primary) स्तर के लिए भी पात्रता परीक्षा शुरू होगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत सभी स्तरों पर शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इससे पहले, विद्यालयों में 9वीं से 12वीं के शिक्षकों की नियुक्ति में केवल बीएड व पोस्ट ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) जैसे प्रशिक्षण ही जरूरी माने जाते थे, कुछ स्कूलों में CTET 6-8 भी वांछनीय थी।
सीटीईटी के नए स्तर
| स्तर | वर्तमान स्थिति | आगामी बदलाव (गाइडलाइन लागू होने के बाद) |
|---|---|---|
| बाल वाटिका | पात्रता परीक्षा नहीं | सीटीईटी अनिवार्य |
| कक्षा 1-5 | सीटीईटी (Level 1) अनिवार्य | यथावत, CTET Level 1 |
| कक्षा 6-8 | सीटीईटी (Level 2) अनिवार्य | यथावत, CTET Level 2 |
| कक्षा 9-12 | बीएड/स्नातकोत्तर/कभी-कभी CTET | CTET Level 3/4 (नया) अनिवार्य (गाइडलाइन अनुसार) |
नए नियम कब लागू होंगे?
एनसीटीई (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) द्वारा गाइडलाइन तैयार की जा रही है। जैसे ही गाइडलाइन मिलती है, सीबीएसई नए स्तरों पर परीक्षा संचालन का शेड्यूल जारी करेगा। संभवतः 2025 में ही या अगले सत्र से यह व्यवस्था लागू हो सकती है। इस निर्णय से अफिलिएटेड सभी केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और अधिकतर निजी स्कूलों में नियुक्त होने के लिए सीटीईटी क्वालीफाई करना अनिवार्य होगा।
सीटीईटी परीक्षा और आवेदन योग्यता
सीटीईटी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा है।
इसमें केवल शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी (D.El.Ed/B.Ed) ही भाग ले सकते हैं।
परीक्षा पास करने के बाद, अभ्यर्थी केंद्र सरकार के अधीन स्कूलों—केवी, नवोदय व सीबीएसई अफिलिएटेड स्कूलों में आवेदन कर सकते हैं।
अभी 1-8 के लिए अनिवार्य, आगे 9-12 व बाल वाटिका दोनों में भी अनिवार्यता होगी।
क्यों जरूरी है बदलाव?
शिक्षा की गुणवत्ता सुधार और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्पष्ट लक्ष्य है कि स्कूल शिक्षा के हर स्तर पर योग्य व प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए।
अब तक कक्षा 9-12 के लिए केंद्रीय पात्रता परीक्षा नहीं थी, जिससे प्रशिक्षित व अकुशल में अंतर नहीं दिखता था।
बदलाव के बाद पूरे देश में समरूप शिक्षक गुणवत्ता और पारदर्शी चयन प्रक्रिया लागू होगी।
शिक्षा का स्तर और छात्र-अभिभावक दोनों को लाभ—बेहतर परिणाम, प्रतियोगी परीक्षाओं व उच्च शिक्षा के लिए भी मजबूत आधार।
2025 में सीटीईटी परीक्षा में देरी क्यों हुई?
सीबीएसई की अन्य बोर्ड परीक्षाएं, इंटरनल असाइनमेंट व प्रशासनिक सतर्कता के चलते सीटीईटी 2025 परीक्षा में विलंब हुआ।
एनसीटीई की नई गाइडलाइन मिलते ही, संभावित रूप से इस साल या आगामी वर्ष से चार स्तरों पर परीक्षा का आयोजन हो सकेगा।
स्कूलों में नियुक्ति के वर्तमान मानक
सीबीएसई स्कूलों में एक निश्चित प्रतिशत (मुख्यतः 50% या उससे अधिक) शिक्षकों का सीटीईटी क्वालीफाइड होना अनिवार्य है।
कुल 20 शिक्षकों पर कम-से-कम 10 सीटीईटी पास शिक्षकों का होना चाहिए, बाकी पदों पर बीएड व पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जा सकती है।
नए नियम के बाद, संभवतः सभी नए शिक्षक चाहे किसी भी स्तर के हों—सीटीईटी पास करना अनिवार्य बनाया जाएगा।
देशभर के केंद्रीय और सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूलों में अब 9वीं-12वीं के लिए भी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) पास करना अनिवार्य किया जाएगा। एनसीटीई और सीबीएसई चार स्तरों—बाल वाटिका, 1-5, 6-8 व 9-12—पर परीक्षा कराने की दिशा में तैयारी कर रहे हैं। इससे शिक्षक चयन और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। इच्छुक शिक्षकों को सलाह—अपनी तैयारी शुरू करें, आगे से किसी भी स्तर के लिए सीटीईटी पास करना जरूरी होगा।



