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क्लस्टर विद्यालयों के विरोध में आए शिक्षक-अभिभावक

क्लस्टर विद्यालयों के विरोध में आए शिक्षक-अभिभावक

 

देहरादून। प्रदेश में शिक्षक और अभिभावक क्लस्टर विद्यालयों के विरोध में आ गए हैं। इनका कहना है कि विभाग की 559 क्लस्टर विद्यालयों के नाम पर आस-पास के 1488 स्कूल बंद करने की तैयारी है।

 

राजकीय शिक्षक संघ के मुताबिक नई शिक्षा नीति के अनुसार, एक माध्यमिक विद्यालय के आस-पास के जूनियर हाईस्कूल, प्राइमरी स्कूल, और आंगनबाड़ी केंद्र का एक क्लस्टर बन सकता है। यह क्लस्टर विद्यालय आस पास के सेवित विद्यालयों का नेतृत्व करेगा। इसका उद्देश्य सभी स्कूलों के बीच संसाधनों को साझा करना है। जहां समय-समय पर आस-पास के छात्रों को भी संसाधनों का लाभ मिल सके, लेकिन विभाग की ओर से इसके उलट 1488 विद्यालयों को बंद करने की तैयारी है। राजकीय शिक्षक संघ के जिलामंत्री अर्जुन पंवार के मुताबिक संगठन क्लस्टर विद्यालय योजना का विरोध करता है।

 

 

अभिभावक बोले-करेंगे जन आंदोलन

 

देहरादून। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शेरगढ़ के अभिभावकों ने इस मामले में शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय को जीआईसी माजरी ग्रांट में समायोजित करने का आदेश हुआ है। यदि ऐसा किया गया तो इसके विरोध में जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।

 

यह कहा शिक्षा मंत्री ने

प्रदेश में बन रहे क्लस्टर विद्यालय से आस-पास का कोई भी स्कूल मर्ज या बंद नहीं होगा। जिस तरह से पीएम श्री स्कूल बन रहे, उसी तरह क्लस्टर विद्यालय बन रहे हैं। डॉ. धन सिंह रावत, शिक्षा मंत्री

 

यह है अधिकारियों का कहना

 

सरकार की मंशा है कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले, वे उन विद्यालयों में पढ़ें जिनमें पर्याप्त शिक्षक और सभी सुविधाएं हों। अभी कुछ स्थानों पर ऐसी स्थिति है कि कहीं शिक्षक हैं तो बच्चे नहीं हैं, वहीं कहीं बच्चे हैं तो पर्याप्त शिक्षक नहीं है। कंचन देवराड़ी, अपर शिक्षा निदेशक

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