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सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 17 फरवरी से, दो बार होगी परीक्षा

सीबीएसई कक्षा 10वीं में सुधार के लिए सेकेंड बोर्ड परीक्षा का प्रावधान

हाइलाइट्स:

  • सीबीएसई कक्षा 10वीं की सेकेंड बोर्ड परीक्षा अंकों के सुधार के लिए आयोजित होगी।
  • मुख्य परीक्षा में तीन या अधिक विषयों में अनुपस्थित छात्र दूसरी परीक्षा नहीं दे सकेंगे।
  • पास छात्र अधिकतम तीन विषयों (विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषा) में सुधार कर सकेंगे।
  • परीक्षा की तारीख: पहली 17 फरवरी से 6 मार्च 2026, दूसरी 15 मई से 1 जून 2026
  • कंपार्टमेंट छात्र भी दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
  • यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत किया गया सुधार है।

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा दसवीं के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब से छात्र सुधार के उद्देश्य से सेकेंड बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। हालांकि, मुख्य परीक्षा में भाग लेना सभी छात्रों के लिए अनिवार्य रहेगा। यह व्यवस्था 2026 शैक्षणिक सत्र से प्रभावी होगी।

सेकेंड बोर्ड परीक्षा के नियम और पात्रता

सीबीएसई द्वारा जून महीने में जारी अधिसूचना के अनुसार:

  • पास और योग्य छात्र: विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषा में से किसी भी तीन विषय में अपने प्रदर्शन को सुधार सकते हैं।
  • अनुपस्थिति की शर्त: यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन या अधिक विषयों में उपस्थित नहीं हुआ है, तो उसे दूसरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी।
  • पुनरावृत्ति श्रेणी: ऐसे छात्रों को आवश्यक पुनरावृत्ति श्रेणी में रखा जाएगा और वे अगले वर्ष फरवरी में होने वाली मुख्य परीक्षा में ही भाग ले सकेंगे।
  • कंपार्टमेंट छात्र: जिन छात्रों की मुख्य परीक्षा में कंपार्टमेंट आई है, वे भी सेकेंड परीक्षा में कंपार्टमेंट श्रेणी के तहत परीक्षा दे सकते हैं।

परीक्षा तिथियां और संभावित कार्यक्रम

सीबीएसई ने 2026 की बोर्ड परीक्षाओं का संभावित कार्यक्रम जारी कर दिया है:

कक्षा 10वीं मुख्य परीक्षा (चरण 1)तिथि
गणित17 फरवरी 2026
अंग्रेजी21 फरवरी 2026
विज्ञान25 फरवरी 2026
हिंदी2 मार्च 2026
सामाजिक विज्ञान3 मार्च 2026

कक्षा 10वीं की दूसरी बोर्ड परीक्षा (सुधार हेतु): 15 मई से 1 जून 2026 तक आयोजित होगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सुधार

यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य छात्रों पर परीक्षा का बोझ कम करना और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करना है। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के अनुसार, हर विषय की परीक्षा समाप्त होने के लगभग 10 दिन बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू किया जाएगा और 12 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

इस योजना से छात्रों को समय पर तैयारी का मौका मिलेगा और मूल्यांकन प्रक्रिया भी सुव्यवस्थित होगी। विशेष प्रावधान:

  • खिलाड़ी छात्र: यदि उनका खेल आयोजन पहली परीक्षा के समय है तो वे दूसरी परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
  • शीतकालीन स्कूल: सर्दियों में बंद रहने वाले स्कूलों के छात्र पहली या दूसरी में से किसी भी परीक्षा का चुनाव कर सकते हैं।
  • विशेष आवश्यकता वाले छात्र: उनके लिए उपलब्ध सुविधाएं दूसरी परीक्षा में भी लागू होंगी।

सीबीएसई की यह पहल छात्रों के लिए एक सकारात्मक कदम है। द्विवार्षिक बोर्ड परीक्षा प्रणाली से न केवल छात्रों का तनाव कम होगा बल्कि उन्हें अपने अंकों को बेहतर बनाने का अवसर भी मिलेगा। यह व्यवस्था शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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