Two children engaging with a smart board in a modern classroom setting.

सीबीएसई बना रहा एआई एक्सपीरियंस सेंटर

सीबीएसई बना रहा एआई एक्सपीरियंस सेंटर


हाइलाइट्स

  • सीबीएसई दिल्ली में एआई आधारित डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर तैयार कर रहा है—वर्चुअल क्लासेस, गेमिंग स्टाइल लर्निंग, हाईटेक शैक्षणिक सुविधाएं।

  • सत्र 2025-26 से रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फीस में 6.66% की बढ़ोतरी

  • अपार आईडी: सभी छात्रों के लिए यूनिक डिजिटल अकाउंट—मार्कशीट, सर्टिफिकेट समेत सभी रिकॉर्ड सुरक्षित।

  • स्कूलों को निर्देश—2026 बोर्ड परीक्षा से पहले कक्षा 9 से 12 के सभी छात्रों की आपार आईडी बनाना अनिवार्य

  • एडवांस टेक्नोलॉजी से बच्चों की क्रिएटिविटी व सीखने की क्षमता बढ़ाने का मकसद।


भारत के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूली शिक्षा को और स्मार्ट, रोचक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए दिल्ली में एक एआई आधारित डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की है। यह सेंटर आधुनिक शिक्षा के सभी डिजिटल आयामों को एक जगह लाएगा, जिससे छात्रों को क्लासरूम से बाहर भी इंटरेक्टिव, फ्लेक्सिबल और निजी अनुभव वाला उच्च गुणवत्ता का अध्ययन प्लेटफार्म मिलेगा।


क्या है डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर?

  • यह सेंटर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी) तकनीक पर आधारित होगा, जिसमें वर्चुअल क्लासरूमइंटरएक्टिव गेमिंग-स्टाइल लर्निंग, और हर विषय की सामग्री उपलब्ध होगी।

  • स्टूडेंट्स यहां इंटरेक्टिव क्विज, ऑगमेंटेड रियलिटी (AR), वर्चुअल लैब जैसी सुविधाओं के जरिए व्यावहारिक, विश्लेषणात्मक और रचनात्मक कौशल विकसित कर सकेंगे।

  • उद्देश्य—रटने की बजाय छात्र समझें, सोचें और प्रयोग करें


टेक्नोलॉजी और स्मार्ट स्टडी

  • वर्चुअल क्लासेस—ऑनलाइन माध्यम से शिक्षक और विद्यार्थी, चाहे देश में कहीं भी हों, कनेक्ट रहेंगे।

  • गेमिंग स्टाइल लर्निंग—टॉपिक्स को रोचक तरीके से समझाया जाएगा जिससे सीखना एक खेल जैसा अनुभव हो।

  • सभी विषय ऑनलाइन उपलब्ध होंगे—छात्र अपने हिसाब से टॉपिक्स, वीडियो, एक्सरसाइज और टेस्ट चुन सकेंगे।


अपार आईडी: डिजिटल डाटा की सुरक्षा

  • अपार आईडी (Automated Permanent Academic Record)—हर छात्र के लिए एक यूनिक डिजिटल अकाउंट।

  • इसमें अंक, प्रमाणपत्र, रिपोर्ट कार्ड, और अन्य शैक्षणिक रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेंगे, जिससे डुप्लीकेट/फ्रॉड का जोखिम खत्म होगा।

  • हर छात्र को यह आईडी कक्षा 9वीं से 12वीं तक स्कूल द्वारा दी जाएगी; बोर्ड ने निर्देशित किया है 2026 की परीक्षा से पहले सभी छात्रों के पास यह आईडी होना अनिवार्य है


रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फीस

  • सत्र 2025-26 के लिए CBSE ने परीक्षा व रजिस्ट्रेशन फीस में करीब 6.66% बढ़ोतरी की घोषणा की है

  • यह वृद्धि बोर्ड की डीजीटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण, नई टैक्नोलॉजी, और रिकॉर्ड के बेहतर रखरखाव के लिए की गई है।


बच्चों की रचनात्मकता और सीखने की क्षमता

  • AI और डिजिटल लर्निंग छात्रों की समस्या-समाधान, क्रिएटिव थिंकिंग, और वैचारिक स्पष्टता को बढ़ाएगी।

  • शिक्षा में गेमिंग एलिमेंट लाने से सीखने का तनाव कम होगा और बच्चों की रुचि बढ़ेगी

  • इंटरएक्टिव प्लेटफॉर्म बच्चों को व्यक्तिगत रूप से पढ़ने-सीखने का स्वतंत्र माहौल देंगे।

CBSE के AI आधारित डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर और आपार आईडी जैसी पहलें भारतीय शिक्षा में बड़ा और सकारात्मक बदलाव लाने की ओर इशारा करती हैं।
यह कदम शिक्षा को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी, लचीला और स्मार्ट बना रहा है—जहां तकनीक बच्चों के कौशल विकास और विश्वास को मजबूत करेगी।
रजिस्ट्रेशन व फीस में हुई बढ़ोतरी इस बदलाव के लिए जरूरी आधारभूत संसाधन जुटाती है, जिससे डिजिटल इंडिया के विजन को स्कूल स्तर पर साकार किया जा सके।

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