बिहार में किसकी सरकार – चौंकाने वाला सर्वे: सर्वे के अनुसार महागठबंधन को बढ़त
नए ओपिनियन पोल से खुल रही सियासी तस्वीर
🔍 सर्वेक्षण का अवलोकन
पोल ट्रैकर द्वारा 15 मार्च से 5 जून के बीच 5 लाख से अधिक मतदाताओं से लिए गए नवीनतम पोल के अनुसार महागठबंधन को 44.2% वोट मिलने का अनुमान है, जबकि एनडीए को करीब 42.8% वोट मिलने की संभावना जताई गई है (newstak.in, livehindustan.com)। इन आंकड़ों के आधार पर:
- महागठबंधन को अनुमानित तौर पर 126 सीटें मिल सकती हैं (बहुमत सीमा +) ।
- वहीं, एनडीए अनुमानित रूप से 112 सीटों तक सीमित रह सकता है ।
- तृतीय विकल्प “जन सुराज पार्टी” को सिर्फ 1–3 सीटों की संभावना है, जबकि अन्य छोटी पार्टियों को भी कुछ सीटें मिल सकती हैं ।
🧍 संभावित मुख्यमंत्री चेहरा – जनता की पसंद
सर्वे में मुख्यमंत्री पद के लिए जनता की पहली पसंद पर भी प्रकाश डाला गया है:
- तेजस्वी यादव – लगभग 43% मतदाताओं ने उन्हें अपना शीर्ष विकल्प बताया ।
- नीतीश कुमार – करीब 31% लोगों ने उन्हें पुनः सीएम के रूप में पसंद किया ।
- इसके अतिरिक्त, प्रशांत किशोर को करीब 9% समर्थन मिला, जबकि 17% लोग अन्य नेताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं ।
💡 इसके आर्थिक और सामाजिक पहलुओं में स्पष्ट है कि युवा वर्ग ने तेजस्वी को अपना नेता माना है, जबकि महिलाओं में नीतीश का समर्थन बना हुआ है ।
👥 युवा मतदाताओं का रुझान
एक अन्य सर्वे में यह भी सामने आया है कि युवाओं में राहुल गांधी की लोकप्रियता पीएम मोदी से अधिक है—लगभग 47% युवा राहुल को अपना पसंदीदा नेता मानते हैं, जबकि मोदी को 39% समर्थन मिला है (abplive.com)। यह संकेताता है कि युवा जनसंख्या महागठबंधन व कांग्रेस को मजबूती से देख रही है।
🗳️ राजनीतिक पृष्ठभूमि
- वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू–भाजपा (NDA) गठबंधन राज्य में सत्तारूढ़ है। उनकी सरकार ने साल 2024 में महागठबंधन से वापसी की और NDA में पुनः शामिल हो गई ।
- दूसरी ओर, महागठबंधन में आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव और कांग्रेस मुख्य भूमिका में हैं।
- प्रशांत किशोर की नई जन सुराज पार्टी (JSP) अभी शुरुआती चरण में है और फिलहाल उसमें सीमित सीटों की उम्मीद दिखती है (livehindustan.com, en.wikipedia.org)।
🧭 स्थानीय सामाजिक असर
बिहार की राजनीति में युवा वर्ग और महिलाओं की भूमिका निर्णायक बनने लगी है। तेजस्वी यादव युवाओं में लोकप्रियता बना चुके हैं, जबकि नीतीश कुमार की ‘विकासधर्मी’ छवि ने उन्हें महिलाओं में स्वीकार्यता दिलाई है। राजनीतिक संकेत स्पष्ट हो रहे हैं—बिहार अब जातिगत राजनीति से परे वर्षों की अनुभवी नेतृत्व और सामाजिक उम्मीदों पर अपना मन बना रहा है।
फ़िलहाल ओपिनियन पोल के आधार पर महागठबंधन को बहुमत मिलने की संभावना मानी जा रही है, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में मजबूती से उभरे हैं। लेकिन चुनावी जीत अंतिम रूप मतदान और उम्मीदवारों की रणनीति पर निर्भर करेगी। यहीं से बिहार का भविष्य व केन्द्र–राज्य की राजनीति तय होगी।
🗳️ बिहार विधानसभा चुनाव 2025: ओपिनियन पोल सारांश टेबल
क्रम | विवरण | महागठबंधन (RJD+Cong+Others) | एनडीए (BJP+JDU) | अन्य दल (JSP, Independents आदि) | स्रोत लिंक |
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1️⃣ | अनुमानित वोट प्रतिशत | 44.2% | 42.8% | ~13% (अन्य में) | Navbharat Times |
2️⃣ | अनुमानित सीटें (243 में से) | 126 सीटें | 112 सीटें | 5 से कम | Navbharat Times |
3️⃣ | मुख्यमंत्री पद के लिए पसंद | तेजस्वी यादव – 43% | नीतीश कुमार – 31% | प्रशांत किशोर – 9%, अन्य – 17% | The CSR Journal |
4️⃣ | युवाओं में प्रधानमंत्री पद के लिए पसंद | राहुल गांधी – 47% | नरेंद्र मोदी – 39% | अन्य – 14% | NBT रिपोर्ट |