Detailed view of a red handled axe embedded in a wooden stump, outdoors.

पिता की तेरहवीं ने ली जान: भाई ने भाई को कुल्हाड़ी से काटा 

पिता की तेरहवीं ने ली जान: भाई ने भाई को कुल्हाड़ी से काटा

🟠 हाइलाइट्स (मुख्य बिंदु)

  • उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में दिल दहला देने वाली पारिवारिक हत्या
  • तेरहवीं के खर्च और जमीन के बंटवारे को लेकर दो भाइयों में गहराया विवाद
  • बड़े भाई ने कुल्हाड़ी से छोटे भाई की हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया
  • गांव वालों की सतर्कता से पुलिस को मिली जानकारी, आरोपी फरार
  • मृतक की मां और चाचा घटना के चश्मदीद

बिजनौर जनपद के चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव भगोड़ा उर्फ भोगपुर में बुधवार को एक हृदय विदारक घटना घटी, जिसने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि पारिवारिक बंधनों से बढ़कर अगर कुछ होता है तो वह है ‘जमीन और धन’। इस मामले में पिता की तेरहवीं के आयोजन को लेकर शुरू हुआ विवाद धीरे-धीरे नफरत की उस हद तक पहुंच गया, जहां बड़े भाई ने अपने ही सगे छोटे भाई की कुल्हाड़ी से हत्या कर डाली।

गांव निवासी रामपाल सिंह का आठ जून को निधन हुआ था। उनके दो बेटे – मदन (54) और कमल (50) – थे, जिन्होंने 16 जून को अपने पिता की तेरहवीं का कार्यक्रम आयोजित किया। यहीं से विवाद की जड़ शुरू हुई। कार्यक्रम के खर्च को लेकर दोनों भाइयों में मनमुटाव हुआ, जो धीरे-धीरे जमीन के बंटवारे को लेकर खुला झगड़ा बन गया।

गांव के लोगों का कहना है कि तेरहवीं के खर्चों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हुए, लेकिन मामला वहीं नहीं रुका। कमल शादी करना चाहता था और इसके लिए अपने हिस्से की जमीन बेचना चाहता था, ताकि खर्च की जिम्मेदारी खुद उठा सके। मगर मदन, जो पहले से विवाहित था और उसके दो बच्चे भी हैं, किसी भी हाल में जमीन बांटने को राजी नहीं था।


घर के बाथरूम का ताला बना मौत की वजह

बुधवार को जब दोनों भाइयों के बीच एक बार फिर बहस छिड़ी, तो कमल ने घर में बने बाथरूम को अपने हिस्से का बताकर उस पर ताला जड़ दिया। इस पर मदन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने घर में रखी कुल्हाड़ी उठाई और सीधे कमल के सिर पर वार कर दिया। यह वार इतना घातक था कि कमल की मौके पर ही मौत हो गई।

इस भयावह दृश्य को देखकर घर में मौजूद मां वीरवती और चाचा भोपाल सिंह स्तब्ध रह गए। लेकिन, आरोप है कि मदन ने उन्हें डराया और किसी को कुछ न बताने की धमकी दी।

हत्या के बाद मदन ने कमल के शव को भैंसा बुग्गी में डाला और जंगल की ओर ले चला, ताकि शव को जला सके और सबूत मिटा दे। मगर गांव में हत्या की खबर तेजी से फैल गई। ग्रामीणों ने मदन को रास्ते में पकड़ लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने पर मदन शव को वहीं छोड़कर फरार हो गया।


पुलिस की कार्रवाई और बयान

थाना प्रभारी संजय तोमर ने बताया कि मृतक कमल के चाचा भोपाल सिंह की तहरीर पर आरोपी मदन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है और टीमों को संभावित ठिकानों पर रवाना किया गया है।


एक और भाई की पहले ही हो चुकी है मौत

इस परिवार का दुर्भाग्य यही तक सीमित नहीं रहा। चांदपुर थाना प्रभारी के अनुसार, कमल और मदन के अलावा तीसरा भाई रणवीर भी था, जिसकी मौत कुछ वर्ष पूर्व हो चुकी थी। उसकी जमीन भी दोनों भाइयों के नाम पर दर्ज हो गई थी। ऐसे में जमीन के बंटवारे को लेकर तनाव और बढ़ गया था। पुलिस का मानना है कि इसी मानसिक दबाव में मदन ने यह जघन्य अपराध किया।

यह केवल एक आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी भी है। भारत में पारिवारिक संपत्ति को लेकर होने वाले विवाद धीरे-धीरे गंभीर सामाजिक समस्या का रूप ले रहे हैं। इस प्रकार के मामलों में अक्सर पारिवारिक सदस्य ही एक-दूसरे के शत्रु बन जाते हैं। ऐसे में ज़रूरत है कानूनी सलाह, पारिवारिक मध्यस्थता और भावनात्मक समर्थन की।

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