उत्तरकाशी: गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए जिला गंगा समिति की बैठक, बड़े होटलों में एसटीपी अनिवार्य
उत्तरकाशी, 20 जून 2025: जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए ठोस उपायों पर चर्चा हुई। बैठक में डीएम ने 20 या अधिक कमरों वाले होटलों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की व्यवस्था अनिवार्य करने के निर्देश दिए। बिना एसटीपी वाले होटलों के खिलाफ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा चालानी कार्रवाई और पंजीकरण निरस्तीकरण की चेतावनी दी गई।
बैठक में कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक अपशिष्ट नियंत्रण, और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना जैसे मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। डीएम ने जनपद स्तरीय गंगा कार्य योजना तैयार करने पर जोर दिया और प्रस्तावित परियोजनाओं को राज्यस्तरीय समिति के समक्ष शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। विशेष रूप से जोशियाड़ा, ज्ञानसू, उत्तरकाशी, और गंगोरी क्षेत्रों में सीवरेज प्लांट स्थापना तथा जोशियाड़ा और ज्ञानसू में प्रस्तावित आस्था पथ परियोजनाओं को राज्य समिति में भेजने के लिए गंगा प्रदूषण इकाई को निर्देशित किया गया।
डॉ. बिष्ट ने कहा, गंगा स्वच्छता केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयास का विषय है। सभी विभागों को सक्रिय योगदान देना होगा। उन्होंने गंगा तटवर्ती कस्बों और यात्रा पड़ावों पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करने, नदी किनारे अवैध निर्माण पर नियमित निगरानी, और ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा निस्तारण की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी पी.एल. शाह, एसडीएम देवानंद शर्मा, शालिनी नेगी, परियोजना अधिकारी अजय सिंह, एसडीओ मयंक गर्ग, सीएचओ डॉ. रजनीश कुमार, जिला पर्यटन विकास अधिकारी के.के. जोशी, पर्यावरण विशेषज्ञ स्वजल प्रताप मटूड़ा, और कार्यकारी अभियंता जल निगम मधुकांत कोटियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।