अल्मोड़ा में जिला पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज, तीसरे दिन 96 प्रत्याशियों ने भरा नामांकन
अल्मोड़ा, 4 जुलाई 2025: जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर उत्साह चरम पर है। जिला पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के तीसरे दिन शुक्रवार को भी धारानौला स्थित जिला पंचायत कार्यालय में प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई। नामांकन पत्रों की बिक्री के साथ-साथ कई उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किए।
जिले में जिला पंचायत की 45 सीटों के लिए चुनाव होना है। पिछले तीन दिनों में कुल 143 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर चुनावी मैदान में कदम रखा है। रिटर्निंग ऑफिसर अजय कुमार ने बताया कि शुक्रवार को 96 प्रत्याशियों ने नामांकन किया, जिनमें 39 महिलाएं और 57 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा, 57 नामांकन पत्रों की बिक्री भी हुई। इससे पहले, 2 जुलाई को 3 और 3 जुलाई को 44 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था।
नामांकन के लिए सुबह से ही जिला पंचायत कार्यालय में प्रत्याशी और समर्थक जुटने लगे थे। दिन चढ़ने के साथ ही भीड़ बढ़ती गई और नामांकन की समय-सीमा तक परिसर में खासी चहल-पहल रही। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों ही दलों ने जिला पंचायत सदस्य पद पर अपने समर्थकों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
शनिवार को नामांकन का अंतिम दिन
नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शनिवार को समाप्त होगी। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी की प्रक्रिया होगी। नाम वापसी के निर्धारित समय के बाद 45 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम संख्या स्पष्ट हो जाएगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल ने भरा पर्चा
भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल ने भी शुक्रवार को सकनियाकोट सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नयाल 2019 में इसी सीट से जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे और उन्हें भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा था। हालांकि, उस समय कांग्रेस ने अंतिम क्षणों में समीकरण बदलकर अपनी उम्मीदवार उमा बिष्ट को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित करवाया था।
कांग्रेस की सुनीता कुंजवाल भी मैदान में
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल की बहू सुनीता कुंजवाल इस बार खॉकर सीट से कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। इसके अलावा, कई पूर्व जिला पंचायत सदस्यों ने भी दोबारा चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है। दोनों प्रमुख दलों के अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशी भी नामांकन कर चुके हैं, जिससे चुनावी मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
जिला पंचायत चुनाव की इस हलचल के बीच अल्मोड़ा में राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ने की संभावना है।