एयर इंडिया का विमान दिल्ली के ऊपर हवा में 900 फीट नीचे गिरा, पायलटों के उड़ान अधिकार छीने गए
न्यूज़ डेस्क। 1 जुलाई 2025: एयर इंडिया की एक उड़ान, जो दिल्ली से वियना जा रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद हवा में 900 फीट नीचे गिर गई, जिसके बाद विमान में सवार यात्रियों और चालक दल में हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने दोनों पायलटों के उड़ान अधिकार तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं और जांच शुरू कर दी गई है।
यह घटना उस समय हुई जब विमान ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद, विमान अचानक 900 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया, जिसके कारण कॉकपिट में वॉर्निंग अलार्म बजने लगे। यात्रियों ने बताया कि इस दौरान भयावह स्थिति बन गई थी, और कई लोग डर के मारे चिल्लाने लगे। हालांकि, पायलटों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई के कारण विमान को सुरक्षित रूप से नियंत्रित कर लिया गया, और किसी भी यात्री या चालक दल को कोई चोट नहीं आई।
घटना का विवरण
प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह घटना तकनीकी खराबी या पायलट की त्रुटि के कारण हो सकती है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, और इसे सुरक्षित रूप से हवाई अड्डे पर वापस लाया गया। हालांकि, इस घटना ने हाल ही में अहमदाबाद में हुए एक अन्य एयर इंडिया विमान हादसे के बाद सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया है, जिसमें 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी।
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सरकार और DGCA इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
पायलटों पर कार्रवाई
DGCA ने दोनों पायलटों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उनकी उड़ान योग्यता की समीक्षा की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पायलट प्रशिक्षण, विमान रखरखाव, और उड़ान प्रक्रियाओं में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती हैं। एक विमानन विशेषज्ञ, कैप्टन अमित सिंह ने कहा, “ऐसी घटनाएं दुर्लभ हैं, लेकिन इनके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे तकनीकी खराबी, मानवीय त्रुटि, या अपर्याप्त प्रशिक्षण।”
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा कि वे जांच में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त रखरखाव और जांच प्रक्रियाएं शुरू की गई हैं। एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों से माफी मांगी और कहा कि उन्हें वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था की गई है। कंपनी ने यह भी बताया कि वे इस घटना से प्रभावित सभी यात्रियों को उचित सहायता और मुआवजा प्रदान करेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि हाल की घटनाओं ने भारत के विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और नियामक निगरानी पर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व पायलट अमित सिंह ने NPR को बताया कि भारत में विमानन उद्योग के विस्तार के बावजूद, सुरक्षा संस्कृति में कमी है। उन्होंने कहा, “नियामकों और ऑपरेटरों के बीच विश्वास की कमी है, और छोटी-मोटी घटनाएं बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं।
इस घटना ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा और एयर इंडिया की परिचालन प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए हैं। यात्रियों और उनके परिवारों में डर का माहौल है, और कई लोग अब उड़ान भरने से पहले दो बार सोच रहे हैं। DGCA ने कहा कि वे जल्द ही अपनी जांच पूरी करेंगे और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएंगे।
इस बीच, यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की जानकारी के लिए एयर इंडिया के सहायता केंद्रों से संपर्क करें। सरकार और एयरलाइन ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।



