उत्तराखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा 2025: आवेदन शुरू, जानिए तिथि, योग्यता, परीक्षा पैटर्न और अन्य जरूरी जानकारी
🟠 हाइलाइट्स (मुख्य बिंदु):
- यूटीईटी 2025 का आयोजन 27 सितंबर 2025 को दो पालियों में होगा
- आवेदन प्रक्रिया 10 जुलाई से शुरू, अंतिम तिथि 5 अगस्त
- परीक्षा पेन-पेपर आधारित मोड में ओएमआर शीट पर
- पात्रता प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन
- शुल्क भुगतान, सुधार तिथि, पात्रता, पाठ्यक्रम, तैयारी सुझाव सब कुछ यहां जानें
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बड़ी घोषणा
रामनगर, 10 जुलाई 2025: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE), रामनगर ने उत्तराखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (UTET) 2025 के आयोजन को लेकर विस्तृत जानकारी जारी की है। यह परीक्षा 27 सितंबर 2025 को राज्यभर के परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित की जाएगी। इच्छुक उम्मीदवार आज से, यानी 10 जुलाई 2025 से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 5 अगस्त 2025, जबकि शुल्क भुगतान की आखिरी तिथि 7 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है।
दो पालियों में होगी परीक्षा
यूटीईटी 2025 दो पेपरों में आयोजित होगी:
- पेपर-1 (प्राथमिक स्तर – कक्षा 1 से 5): सुबह 10:00 से दोपहर 12:30 बजे तक
- पेपर-2 (उच्च प्राथमिक स्तर – कक्षा 6 से 8): दोपहर 2:00 से शाम 4:30 बजे तक
परीक्षा ऑफलाइन मोड में होगी, जिसमें अभ्यर्थियों को OMR शीट पर अपने उत्तर अंकित करने होंगे।
आवेदन की प्रक्रिया – आसान और ऑनलाइन
इच्छुक अभ्यर्थी ukutet.com पर जाकर निम्नलिखित चरणों के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं:
- वेबसाइट पर जाकर ‘रजिस्टर’ करें
- नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर दर्ज कर रजिस्ट्रेशन पूर्ण करें
- लॉगिन कर आवेदन पत्र भरें
- व्यक्तिगत व शैक्षणिक जानकारी दर्ज करें
- यूटीईटी-1, यूटीईटी-2 या दोनों का चयन करें
- दस्तावेज अपलोड करें और शुल्क भुगतान करें
- आवेदन का प्रिंटआउट सुरक्षित रखें
आवेदन में सुधार के लिए विंडो 9 से 12 अगस्त 2025 तक खुली रहेगी।
आवेदन शुल्क: वर्ग के अनुसार अलग-अलग
वर्ग | केवल UTET-1 या UTET-2 | दोनों पेपर |
---|---|---|
सामान्य/ओबीसी | ₹600 | ₹1000 |
एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी | ₹300 | ₹500 |
शुल्क ऑनलाइन मोड (नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड) से जमा किया जा सकता है।
कौन कर सकता है आवेदन? पात्रता जानिए
पेपर-1 (कक्षा 1 से 5):
- सीनियर सेकेंडरी (12वीं) में कम से कम 50% अंक
- साथ में D.El.Ed. या BTC या समकक्ष शिक्षण डिप्लोमा
पेपर-2 (कक्षा 6 से 8):
- स्नातक में न्यूनतम 50% अंक
- साथ में B.Ed. या D.El.Ed. या समकक्ष डिग्री
आयु सीमा:
- न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 38 वर्ष तक की आयु वाले उम्मीदवार पात्र हैं
आरक्षित वर्गों को नियमानुसार आयु में छूट दी जाएगी।
UTET का महत्व और प्रमाण पत्र की वैधता
उत्तराखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (UTET) राज्य में सरकारी व निजी स्कूलों में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षक पदों के लिए अनिवार्य पात्रता परीक्षा है। यह परीक्षा पास करना शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने के लिए जरूरी है।
सकारात्मक पहल यह है कि UTET प्रमाण पत्र अब आजीवन वैध होगा, यानी चयन प्रक्रिया में बार-बार परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी।
प्रवेश पत्र और परिणाम
परीक्षा से लगभग 1 सप्ताह पूर्व, अभ्यर्थी ukutet.com से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे।
परीक्षा परिणाम सामान्यतः एक माह के भीतर घोषित किया जाता है। परिणाम के साथ अंकों का विवरण और श्रेणीवार मेरिट सूची भी जारी की जाती है।
परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम
पेपर-1 में विषय होंगे:
- बाल विकास और शिक्षाशास्त्र
- भाषा-1 (हिंदी/अंग्रेज़ी/उर्दू)
- भाषा-2 (हिंदी/अंग्रेज़ी/उर्दू – पहली से भिन्न)
- गणित
- पर्यावरण अध्ययन
पेपर-2 में विषय होंगे:
- बाल विकास और शिक्षाशास्त्र
- भाषा-1
- भाषा-2
- गणित और विज्ञान (Science background वालों के लिए)
- या सामाजिक अध्ययन (Arts background वालों के लिए)
प्रत्येक प्रश्न वस्तुनिष्ठ (MCQ) होगा और कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
तैयारी कैसे करें?
- पाठ्यक्रम को गहराई से समझें – विषयवार टॉपिक सूची पढ़ें
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें – इससे परीक्षा पैटर्न समझने में मदद मिलेगी
- मॉक टेस्ट और ऑनलाइन क्विज से अभ्यास करें
- समय प्रबंधन का अभ्यास करें – दोनों पेपर 150 मिनट के हैं
- NCERT की कक्षा 1-8 की किताबें मुख्य आधार हैं
- बाल मनोविज्ञान और शिक्षण विधियों पर विशेष ध्यान दें
शिक्षा विभाग की अपील
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लें और समय रहते आवेदन प्रक्रिया पूर्ण करें। किसी भी तरह के भ्रम या अफवाह से बचें।
शिक्षण क्षेत्र में कैरियर का सुनहरा अवसर
UTET 2025, उत्तराखंड के शिक्षण क्षेत्र में करियर की दिशा तय करने का सशक्त माध्यम है। इस परीक्षा के माध्यम से योग्य उम्मीदवार शिक्षक बनने की दिशा में पहला कदम उठाते हैं। इसकी आजीवन वैधता इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है।
यदि आप शिक्षण के क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं, तो यह अवसर न गवाएं। समय पर आवेदन करें, सही दिशा में तैयारी करें और अपने सपनों को साकार करें।