हल्द्वानी: ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर युवक से 14.30 लाख की साइबर ठगी
हाइलाइट्स
दोस्त की सलाह पर हल्द्वानी निवासी युवक ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में ₹14.30 लाख निवेश कर दिए
पैसे मांगने पर ठग अजय कुमार ने बहाने बनाकर रकम लौटाने से किया इनकार
पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज की, पुलिस जांच शुरू हुई
शेयर ट्रेडिंग व डिजिटल निवेश से जुड़ी ठगियों में वृद्धि, सोशल मीडिया व ऐप्स के ज़रिए लोगों को निशाना
पुलिस व साइबर विशेषज्ञों का सुझाव: ऑनलाइन ट्रेडिंग रातोंरात अमीर बनाने का वादा सच नहीं, सतर्क रहें
हल्द्वानी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी का गंभीर मामला सामने आया है। बरेली रोड, तीनपानी निवासी बसंत सिंह ने अपने दोस्त की सलाह पर हिमाचल निवासी अजय कुमार के माध्यम से सात किस्तों में कुल ₹14.30 लाख ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश कर दिए। शुरू में उच्च रिटर्न और जल्दी पैसे दोगुना-चौगुना करने का लालच दिया गया, लेकिन जब बसंत ने जमा रकम वापस मांगी तो आरोपी ने लगातार टरकाना शुरू कर दिया और मुश्किलें बढ़ती गईं।
ठगी की प्रक्रिया और पुलिस जांच
सोशल नेटवर्क का दुरुपयोग: विश्वास में लेकर व्हाट्सएप और फोन कॉल के जरिए निवेश का ऑफर।
किस्तों में ऋण लेकर निवेश: सात बार में ₹14.30 लाख भेजे गए।
हरेक बार रिटर्न या लाभ दिखाकर भरोसा बढ़ाया गया।
पैसे मांगने पर बहाने और तारीखें दी जाती रहीं।
ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने हल्द्वानी साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई, पुलिस जांच में जुटी है.
साइबर ठगी के बढ़ते मामले – सतर्कता जरूरी
सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स, व्हाट्सएप, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर फर्जी निवेश सलाहकार और ठग सक्रिय हैं।
पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए छोटे रिटर्न और फर्जी वेबसाइट/एप्स का इस्तेमाल किया जाता है।
विदेशी ट्रेडिंग, क्रिप्टो, शेयर मार्केट के नाम पर लाखों की चपत लगाई जा रही है.
पुलिस व विशेषज्ञों की सलाह
अजनबी लिंक, वेबसाइट, इंडिविजुअल या नॉन-वेरिफाइड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर बड़ा निवेश करने से बचें।
किसी भी आर्थिक निर्णय से पहले प्रामाणिक दस्तावेज, लाइसेंस, रेटिंग और कस्टमर रिव्यू जांचें।
संदेह होने पर तुरंत साइबर सेल या पुलिस से संपर्क करें।
ऐप्स/वेबसाइट का मजबूत पासवर्ड, दो-चरणीय सुरक्षा और नियमित निगरानी रखें।
ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सोशल मीडिया या मित्र की सलाह से पहले खुद जानकारी जुटाएं, किसी भी व्यक्ति या प्लेटफार्म की विश्वसनीयता जांचें। हल्द्वानी के मामले की तरह बड़ी धनराशि गंवाना किसी के लिए भी भयावह अनुभव हो सकता है। जागरूकता ही साइबर ठगों से बचाव का पहला और सबसे प्रभावशाली कदम है।



