उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में भूस्खलन होने की वजह से सोनप्रयाग गौरीकुंड मार्ग पर अब वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है, जबकि बद्रीनाथ मंदिर की तलहटी में अलकनंदा नदी में जल प्रवाह अचानक बढ़ जाने की वजह से प्रशासन ने श्रद्धालुओं को तट से दूर रहने की सलाह दी है।
अधिकारियों का कहना है कि देर रात हुई बारिश के बाद सुबह मून कटिया के पास भूस्खलन होने की वजह से मालवा सड़क पर आगे जिसकी वजह से सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर आ गया जिससे मोटर मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग तथा गौरीकुंड में ही रोकने तथा संबंधित एजेंसियों के स्तर पर मार्ग खोले जाने की कार्रवाई शुरू की गई। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन वाली जगह पर जेसीबी मलबे को साफ करने में जुटी है।पुलिस ने बताया कि अभी मार्ग को पैदल चलने लायक बनाया गया है, जिससे यात्रियों का पैदल आवागमन शुरू हो गया है। हालांकि, केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए पैदल श्रद्धालुओं को छह किलोमीटर अतिरिक्त चलना पड़ रहा है।लगातार बारिश की वजह से गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग भी काफी चुनौती पूर्ण हो गया है ऐसे में प्रशासन में श्रद्धालुओं से अपील की है की मौसम देखकर ही अपनी यात्रा करें तथा इस संबंध में पुलिस प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।