रानीखेत के जंगलों में पहली बार दिखा थाईलैंड का राष्ट्रीय पक्षी ‘सियामीज़ फायरबैक’
रानीखेत, 9 जून 2025: उत्तराखंड की खूबसूरत पर्यटन नगरी रानीखेत के वन क्षेत्र में पहली बार थाईलैंड के राष्ट्रीय पक्षी ‘सियामीज़ फायरबैक’ के दर्शन हुए हैं। इस दुर्लभ पक्षी की उपस्थिति ने प्रकृति और पक्षी प्रेमियों को आश्चर्यचकित कर दिया है। कुमाऊं मंडल विकास निगम के अंतर्गत रानीखेत गैस सर्विस के प्रबंधक सुरेंद्र सिंह जलाल ने बिनसर महादेव मंदिर से लगभग 600 मीटर दूर घने जंगल में इस पक्षी को अपने कैमरे में कैद किया।
आकर्षक विशेषताएं और आवास
सियामीज़ फायरबैक सामान्यतः थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया और वियतनाम के नम, सदाबहार जंगलों में पाया जाता है। नर पक्षी की लंबाई 75-80 सेमी और मादा की 55-60 सेमी होती है, जबकि वजन 1.2 से 1.5 किलोग्राम तक होता है। नर का धूसर शरीर, चमकीली नीली-नारंगी पीठ और काली-नीली पूंछ इसे बेहद आकर्षक बनाती है। मादा भूरे रंग की होती है, जिसमें लाल चोंच और गहरी लाल टांगें होती हैं। सूरज की रोशनी में इसके पंखों की धात्विक चमक किसी चित्रकला जैसी प्रतीत होती है। यह पक्षी नम जंगलों और शांत पर्वतीय क्षेत्रों में रहना पसंद करता है और फल, बीज, कीट, पत्तियां और जड़ें इसका मुख्य आहार हैं।
प्रजनन और व्यवहार
सियामीज़ फायरबैक का प्रजनन काल मार्च से जून तक होता है। नर पक्षी अपने पंख फैलाकर नृत्य के अंदाज में मादा को आकर्षित करता है। मादा जमीन के पास घोंसला बनाकर 4-6 अंडे देती है। यह पक्षी स्वभाव से सतर्क और शर्मीला होता है, जो ज्यादातर समय जमीन पर चहलकदमी करता हुआ दिखाई देता है।
इस आकर्षक पक्षी का दिखाना पर्यटकों में कौतूहल का विषय बना हुआ है।