देहरादून: उत्तराखंड के राजकीय शिक्षकों ने पदोन्नति में देरी के खिलाफ आरपार की लड़ाई का ऐलान किया है। शिक्षा विभाग और शासन की उदासीनता से नाराज शिक्षकों ने आंदोलन का रास्ता अपनाने का फैसला किया है।
मंगलवार को राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान और प्रदेश मंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती से मुलाकात कर आंदोलन की औपचारिक सूचना दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक लंबे समय से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बार-बार की वार्ताओं और आश्वासनों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
संघ ने बताया कि 2 जून से प्रदेश के शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में गैर-शैक्षणिक कार्यों का बहिष्कार शुरू हो चुका है। आगामी 1 जुलाई से प्रदेश के सभी स्कूलों में आंदोलन तेज किया जाएगा। इसके तहत 16 जून को देहरादून स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में एक दिवसीय धरना आयोजित होगा। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 5 जुलाई को प्रदेशभर में ‘चॉक डाउन’ किया जाएगा, जिसमें शिक्षक पठन-पाठन सहित सभी कार्यों से विरत रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कहा, “सरकार केवल आश्वासन दे रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई प्रगति नहीं हो रही। शिक्षक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और व्यापक रूप लेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग और शासन की होगी।