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नकली सोने से गोल्ड लोन – सोना नकली लेकिन लोन असली

नकली सोने से गोल्ड लोन घोटाला: नैनीताल पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, दिल्ली और अल्मोड़ा से जुड़ी हुई हैं कड़ियाँ

नैनीताल, 29 मई 2025 — थाना हल्द्वानी, बनभूलपुरा एवं मुखानी क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा एवं केनरा बैंक में नकली सोने को गिरवी रखकर गोल्ड लोन लेने वाले एक संगठित गिरोह का नैनीताल पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान अल्मोड़ा और बागेश्वर जनपदों के निवासियों के रूप में हुई है। मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह के तार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और अल्मोड़ा से भी जुड़े हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीणा ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 28 मई को मुखबिर की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय पार्क, नैनीताल रोड से दो आरोपियों — अभिषेक सिंह नेगी और पवन सिंह फर्सवाण — को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्त से लगभग 111 ग्राम वजनी नकली सोने की चूड़ियां बरामद की गईं, जिन पर कूट रचित होलोग्राम भी अंकित था। परीक्षण के दौरान चूड़ियों के नकली होने की पुष्टि हुई।

पूछताछ में अहम खुलासे
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्ली से सस्ते दामों पर नकली सोना मंगवाते हैं और उस पर नकली हॉलमार्क लगवाकर इसे असली के रूप में प्रस्तुत करते हैं। इस नकली आभूषण को बैंकों में गिरवी रखकर गोल्ड लोन हासिल किया जाता है। पुलिस को संदेह है कि आरोपी जानबूझकर उन बैंकों को निशाना बनाते थे जहां सोने की गुणवत्ता की जांच सतही रूप से होती थी।

गिरफ्तार आरोपियों में से एक, अखिलेश सिंह नेगी उर्फ अक्कू (37 वर्ष), ग्राम बसौली, पोस्ट भैसोली, थाना सोमेश्वर, जिला अल्मोड़ा का निवासी है। दूसरा आरोपी पवन सिंह फर्सवाण (24 वर्ष), ग्राम व पोस्ट लीली, थाना कपकोट, जिला बागेश्वर से है। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि गिरोह में दिल्ली और अल्मोड़ा के कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है।

बैंक कर्मियों की भूमिका भी जांच के घेरे में
इस गिरोह से जुड़े फर्जी गोल्ड लोन के मामलों में थाना हल्द्वानी, बनभूलपुरा और मुखानी में पूर्व में 6 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें अजहर वारसी, जोया अहमद, तरुण भारद्वाज, हरजिंदर नरूला और मोहम्मद फिरोज जैसे नामजद आरोपी भी शामिल हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन मामलों में किसी बैंक कर्मचारी की संलिप्तता है या सोने की जांच प्रक्रिया में लापरवाही बरती गई।

पुलिस टीम को पुरस्कृत किया गया
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी राजेश कुमार यादव, एसओजी प्रभारी एसआई संजीत राठौड़, चौकी प्रभारी भोटियापड़ाव एसआई अनिल कुमार, साइबर क्राइम सेल के फिरोज आलम, हेड कांस्टेबल ललित श्रीवास्तव, चंदन नेगी, संतोष बिष्ट, अरविंद सिंह नयाल, राजेश बिष्ट और अरविंद बिष्ट शामिल थे। इस सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी नैनीताल ने टीम को ₹2,500 का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। प्रशासन ने बैंकों को भी निर्देशित किया है कि वे सोने की गुणवत्ता जांच के लिए अपनी प्रक्रियाओं को और अधिक सख्त करें।

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